1. शुल्क सेवाओं में दिया गया दान वापस नहीं किया जाएगा।
2. शुल्क पंजीकरण के बाद ही आप दरबार की शुल्क सेवाएं ले सकते हैं।
3. दरबार की शुल्क सेवाओं का लाभ उठाने के लिए पेड रजिस्ट्रेशन के अलावा अलग से भुगतान देना होगा।
4. दरबार में महाराज जी द्वारा आपकी समस्याओं का समाधान आपसी सलाह-मशवरे के आधार पर ही दिया जाएगा, और बुद्धि-विवेक द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने से समस्याओं का समाधान होगा।
5. महाराज जी द्वारा बताए गए समाधान के आधार पर समस्या का समाधान नहीं होने पर दरबार/महाराज जी जिम्मेदार नहीं होंगे।
6. दरबार में तंत्र-मंत्र, यंत्र या अन्य किसी भी प्रकार के पाखंड, आडंबर एवं चमत्कार या रूढ़िवादी परंपराओं के द्वारा किए जाने वाले समाधानों का समर्थन नहीं किया जाता है।
7. दरबार/महाराज जी द्वारा ज्योतिषी एवं वास्तु का भी समर्थन नहीं किया जाता।
8. व्यक्तिगत रूप से ली जाने वाली शुल्क सेवाओं के लिए दरबार में दिया गया दान प्रत्येक सेवा के लिए अलग-अलग होगा और दोबारा सेवाएं लेने के लिए अलग भुगतान करना होगा।
9. दरबार में महाराज जी द्वारा आपकी समस्याओं का समाधान आपसी सलाह-मशवरे के आधार पर ही किया जाएगा, और बुद्धि-विवेक से बताए गए मार्ग पर चलने से समस्याओं का समाधान होगा।
10. दरबार में महाराज जी द्वारा आपकी समस्याओं के समाधान के लिए परमात्मा से प्रार्थना की जाएगी।
1. The donation given for paid services will not be refunded.
2. You can only avail of the paid services of the court after paid registration.
3. To avail of the services from Darbar, a separate fee has to be paid in addition to the paid registration fee.
4. In the court, the solution to your problems will be given by Maharaj ji only on the basis of mutual consultation, and the problems will be solved by following the path shown by wisdom and prudence.
5. If the problem is not resolved based on the solution given by Maharaj ji, the court/Maharaj ji will not be responsible.
6. Chanting of Tantra-Mantra or any kind of superstition, miracles, or orthodox practices are not supported by the Darbar or Maharaj ji.
7. Astrology and Vastu are also not supported by the Darbar/Maharaj ji.
8. For services charged individually, a separate fee will be required for each service provided in the Darbar.
9. Maharaj will solve your problems in the court on the basis of mutual advice, and the problems will be resolved by following the path of wisdom as advised.
10. In the court, Maharaj ji will pray to God for the solution to your problems.